Saturday 23 December 2017

‘मीट द डायरेक्टर्स’ – सिनेमा ऑफ द वर्ल्ड’ के द्वार नये आइडिया के लिये खुले

पूर्व में कभी नहीं देखी-सुनी विषयवस्तु पर आधारित कहानियों को प्रदर्शित कर भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2017 अपने प्रयास पर खरा उतरा । एशिया के सबसे बड़े फिल्म महोत्सव में इटली की फिल्म निर्माता एण्ड्रिया डी सीका एवं फ्रांसीसी फिल्म निर्माता साण्ड्रा डा फोंसेका ने क्रमशः अपनी फिल्मों चिल्ड्रन ऑफ द नाइट एवं मोण्टपारनास बायवैन्यू पर ‘मीट द डायरेक्टर्स’ – सिनेमा ऑफ द वर्ल्ड’ में चर्चा की । दोनों ही फिल्मों की विषयवस्तु विशिष्ट थी एवं महोत्सव में इन पर एक शिक्षाप्रद वार्ता हुई ।  
दिलचस्प है कि ‘चिल्ड्रन ऑफ द नाइट’ एक सच्ची घटना पर आधारित है । इसकी कहानी अमीर परिवार की सत्रह साल की संतान गेलियो के इर्द-गिर्द घूमती है । किशोरवय में एडोर्डो उसका अच्छा मित्र बनता है । स्कूल की कमज़ोर रात्रिकालीन सुरक्षा व्यवस्था का लाभ उठा कर दोनों भाग कर जंगल के बीचोंबीच एक नाइट क्लब में जाना शुरू करते हैं जहां उनकी मुलाकात एक ऐसी युवा वैश्या एलीना से होती है जिसके साथ उनका भाग्य अविस्मरणीय ढंग से जुड़ा है । रात्रि में नवीन और डरा देने वाले अनुभवों के लिये आज़ादी पाई जाती है, किंतु दोनों को यह नहीं पता होता कि उनका स्कूल छोड़ कर भागना स्कूल के ही एक शैक्षणिक कार्यक्रम का हिस्सा है ।   
इस फिल्म को बनाने की प्रेरणा के बारे में बातचीत करते हुए एण्ड्रिया ने बताया, “जब मैं हाई स्कूल में थी तब यह मेरे निजी अनुभव से आया है । रोम में मेरी मुलाकात एक शख़्स से हुई, वहां ढेरों राजकुमार और राजकुमारियां थी । मेरी मुलाकात जिस राजकुमार से हुई वह मेरी तरह ही सोलह साल का था और अत्यंत दयालु था । हम कुछ देर साथ रहे और मुझे पता लगा कि वह चार वर्ष से बोर्डिंग स्कूल का छात्र है । मैं बहुत प्रभावित हुई क्योंकि मैंने सोचा था कि इटली में बोर्डिंग स्कूल बहुत पुराने थे एवं मुझे नहीं पता था कि वे यहां पाए जाते हैं । बाद में मुझे पता चला कि वह हत्या के एक मामले में विचाराधीन है । इससे मैं घबरा गई और मैंने यह फिल्म बनाने का निर्णय लिया ।”
एक अन्य फिल्म जिस पर चर्चा हुई वह थी ‘मोण्टपारनास बायवैन्यू’, एक फ्रांसीसी फिल्म जो एक फक्कड़ इंसान के बारे में है जिसके पास एक बिल्ली के सिवाय कुछ नहीं है । पाउला एक लंबी अनुपस्थिति के बाद वापस पेरिस आती है, वह रास्ते में अलग अलग लोगों से मुलाकात करती है । वह पक्के तौर पर एक बात जानती है कि नई शुरुआत को लेकर वह दृढ़ है और वह प्रभावी ढंग से यह कर पाएगी । 
फिल्म के निर्माता साण्ड्रा ने कहा, “कान्स फिल्म महोत्सव में फिल्म का प्रीमियर आयोजित हुआ । हम इस पर ख़ुश हैं कि यह फिल्म सारी दुनिया में घूम कर भारत में यहां गोवा आई है । फिल्म प्रदर्शित करने के लिये महोत्सव का धन्यवाद ।”
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का अड़तालीसवां संस्करण 20 से 28 नवम्बर तक तटीय राज्य गोवा में आयोजित होगा ।
 *****
वीके/एबी/एमएस– 5645

No comments:

Post a Comment