Monday 30 May 2016

अभिनेता विवेक ओबेरॉय व गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने दिया मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव@ वर्ष पर्यन्त अभियान को समर्थन






जयपुर। विश्व कि सर्वाधिक रक्तदाता संस्था अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा विश्व को सर्वाधिक लम्बे समय तक निरन्तर रूप से चलने वाले रक्तदान अभियान मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव@ वर्ष पर्यन्त अभियान नाम से गतिमान है। मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के संयोजक श्री हितेश भांडिया ने मुम्बई में सिने अभिनेता श्री विवेक ओबेरॉय से उनके निवास पर मुलाकात करके दिनांक 1 जनवरी 2016 से भारत के हर दिन कहीं न कहीं आयोजित हो रहे रक्तदान शिविरों की जानकारी दी, जिस पर श्री विवेक ओबेराय ने अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए परिषद् को मानव सेवा के महानतम कार्य में भागीदारी के लिए बधाई दी। अ.भा.ते. युवा परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी. भालावत ने विवेक ओबेराय को गत मेगा ब्लड डोनेशन में सक्रिय भूमिका निभाने पर सम्मानित किया।
90 के दशक में अनेकों सुप्रसिद्ध अभिनेताओं की आवाज़ बने प्रसिद्ध गायक श्री अभिजीत भट्टाचार्य से भी मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के राष्ट्रीय संयोजक हितेश भांडिया ने मुलाकात की एवं मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव@ वर्ष पर्यन्त अभियान की विस्तार से जानकारी दी जिससे श्री अभजित बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने तत्काल प्रभाव से उनके द्वारा आयोजित होने वाले विशाल दुर्गा पूजा महोत्सव में रक्तदान शिविर का आयोजन करने का आग्रह किया एवं उस शिविर में स्वयं रक्तदान करने की सहमति भी व्यक्त की।
नागरिक कल्याण परिषद (राजस्थान लोक कल्याण संस्था, आइजेविसिका एवं समग्र जैन महासभा ने इस महत्ती कार्य के लिए अ. भा. ते. यु. प. संस्था की सराहना करते हुए नेतृत्व कर्ताओं को साधुवाद ज्ञापित किया है।

Tuesday 24 May 2016

भारतीय फिल्में सहीं मायने में एकता एवं विविधता के भारतीय स्वरूप को प्रतिबिंबित करती हैं- राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने 63वें एनएफए समारोह में फिल्म पुरस्कार प्रदान किए 

भारतीय सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ अभी आना बाकी है- अरुण जेटली
 

माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज यहां विज्ञान भवन में आयोजित 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान विभिन्न श्रेणियों में वर्ष 2015 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए। वित्त, कंपनी कार्य और सूचना तथा प्रसारण मंत्री श्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय फिल्में सही मायने में एकता और विविधता के भारतीय स्वरूप को प्रतिबिंबित करती हैं। उन्होंने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं को बधाई दी, जिनमें नए कलाकारों के साथ-साथ भारतीय सिनेमा के दिग्गज भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस साल के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार डिजिटाइजेशन एवं प्रौद्योगिकी समेत सिनेमा के समस्त पहलुओं को प्रतिबिंबित करते हैं। 

राष्ट्रपति ने इस साल का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार श्री मनोज कुमार को प्रदान किया। श्री मनोज कुमार पुरस्कार विजेता अभिनेता एवं निदेशक हैं। वह हरियाली और रास्ता, वो कौन थी, हिमालय की गोद में, दो बदन, उपकार, पत्थर के सनम, नील कमल, पूरब और पश्चिम, रोटी, कपड़ा और मकान एवं क्रांति जैसी अपनी कई बेहतरीन फिल्मों के लिए याद किए जाते हैं। इस अवसर पर वित्त, कॉरपोरेट कार्य और सूचना तथा प्रसारण मंत्री श्री अरुण जेटली ने कहा कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सही मायने में राष्ट्रीय हैं क्योंकि इनका चयन सर्वाधिक प्रतिष्ठित ज्यूरी द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को सम्मानित करने के लिहाज से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एक बेहतरीन मंच है। 

राष्ट्रपति ने गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में कुल मिलाकर 21 पुरस्कार प्रदान किए, जबकि फीचर फिल्म श्रेणी में पुरस्कारों की संख्या 51 रही। 3 पुरस्कार सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए प्रदान किए गए। फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वोत्तम फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘बाहुबली’ को दिया गया। फिल्म ‘मसान’ को किसी निर्देशक की सर्वोत्तम डेब्यू फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार से नवाजा गया। मनोरंजन से भरपूर सर्वोत्तम लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार ‘बजरंगी भाईजान’ को दिया गया, जिसका निर्देशन कबीर खान ने किया है। 

सर्वोत्तम निर्देशक का पुरस्कार श्री संजय लीला भंसाली को उनकी फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ के लिए दिया गया। फिल्म ‘पीकू’ के लिए श्री अमिताभ बच्चन को सर्वोत्तम अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया, जबकि फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए सुश्री कंगना रनौत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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आरआरएस/केजे- 5356