गोवा में 20 नवंबर से चल रहा 46वां भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2015 का आज समापन हुआ। समापन अवसर पर संगीत के माध्यम से सिनेमा की भावना व्यक्त किया गया और अर्जेन्टिना की फिल्म ‘द क्लैन‘ गई। 10 दिन तक चले समारोह के प्रमुख आकर्षण निन्नलिखित रहेः-
· भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में पहली बार यूनेस्को फेलिनी पदक।
· भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 2015 में स्पेन फोकस देश रहा।
· पंजीकृत प्रतिनिधियों की कुल संख्या- 7000
· अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक मंडल में अध्यक्ष शेखर कपूर के साथ ब्रिटेन स्थित निर्देशक माइकल रैडफोर्ड, फलिस्तीन स्थित निर्देशक सुश्री सुहा अराफ , जर्मन अभिनेत्री जुलिया जेन्स तथा दक्षिण कोरिया के जियों क्यू ह्वान थे।
· 13 सदस्यीय फीचर निर्णायक मंडल के अध्यक्ष अरिबम श्यामशर्मा रहे जबकि 7 सदस्यीय गैर-फीचर निर्णायक मंडल के प्रमुख राजेंद्र जांगले रहे।
· महोत्सव में प्रीमियर की कुल संख्या( विश्व ,अंतर्राष्ट्रीय ,एशिया और भारत)- 120
· इस वर्ष के महोत्सव में 820 से अधिक फिल्म प्रतिनिधियों की मेजबानी की गई। इनमें 540 राष्ट्रीय , 280 अंतर्राष्ट्रीय निर्देशक, अभिनेता , प्रोड्यूसर और टेकनीशियन रहे। इनमें आस्कर अकादमी के सदस्य तथा हालीवुड के विशेषज्ञ शामिल हैं।
· प्रविष्टि के लिए 790 फिल्में मिलीं।
· फिल्मों का अंतिम चयन- 182(विदेशी सिनेमा)
· भाग लेने वाले देशों की संख्या- 90
· फिल्म- द मैन हू न्यू इनफिनिटी, मिड फेस्ट फिल्म – मीडिया और दर्शकों ने डेनमार्क की बालिका की सराहना की
· क्लोजिंग फिल्म- एल क्लैन का चयन 72वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में दिखाने के लिए चुनी गई थी, जहां निर्देशक पैबलो ट्रापेरो ने सिल्वर लायन जीता। यह फिल्म 88वें अकादमी पुरस्कार के लिए श्रेष्ठविदेशी भाषा फिल्म वर्गमें अर्जेन्टिना के प्रवेश के लिए चुनी गई थी।
· केन्स, बर्लिन , टोरंटो तथा लोकार्नो फिल्म समारोह की अनेक बड़ी फिल्मों सहित 26 अधिकारिक आस्कर प्रविष्टियां ।
· भारतीय पैनोरामा में 47 फिल्में(फीचर और गैर-फीचर)।
· पूर्वोत्तर से नया क्षितिज- जाने-माने फिल्मकार अरिबम श्याम शर्मा पर विशेष रेट्रोस्पेक्टिव तथा पूर्वोत्तर के पीढ़ी के फिल्मकारों पर विशेष वर्ग।
· स्पर्धाओं में 15 फिल्मों में से देशों से 5 फिल्में आस्कर प्रविष्टि रहीं। इस सूची में कोलंबिया की सिरो गुएरा निर्देशित एल एब्रेजो डी ला सरपिन्टे(इमब्रैस आप द सर्पेंट) , फ्रांस की डेनिज गेमजे इरगुवेन निर्देशित मुस्तंग , जर्मनी की रिसियारेली निर्देशित आस्कर प्रविष्टि लैबरिन्थ डेस श्वीजेन्स(लैबरिन्थ आफ लाइज) , आइसलैंड की हकोनारसन निर्देशित आस्कर प्रविष्टि रैम्स तथा सर्बिया की गोरान रादोवानोविक निर्देशित इनक्लेव शामिल हैं।
· 46वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में विश्व सिनेमा में योगदान के लिए रूस के फिल्मकार , अभिनेता और सिनेमाटोग्राफर यूनियन के नीकीता मिखालकोव को लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार। समारोह में बर्नट् बाय सन , बार्बर आफ साइबेरिया ओबलोम्बो जैसी उनकी चुनिंदा फिल्मों को सम्मान दिया गया ।
· महोत्सव में जाने-माने संगीतकार इलयाराजा को शताब्दी व्यक्तित्व पुरस्कार दिया गया ।
· फिल्म और सांस्कृतिक विविधता पर आसीएफटी -यूनेस्को का आयोजन। इसमें श्री फिलिप क्यी(फ्रांस) , श्री चार्ल्स वैलेरैन्ड (कनाडा) तथा सुश्री शारदा रामनाथन(भारत) ने भाग लिया।
· फिक्की के सहयोग से अमेरिका में शूटिंग पर उद्योग के पेशेवर लोगों के साथ संवाद।
· डीएवीपी तथा एनएफएआई द्वारा मल्टी मीडिया प्रदर्शनी का आयोजन।
· शशि कपूर पर विशेष रेट्रोस्पेक्टिव में प्रख्यात अभिनेता शशि कपूर की 8 फिल्मों की झलकियां दिखाई गईं। उनमें जुनून(1978),न्यू डेल्ही टाइम्स(1986),उत्सव(1984) , इन कस्डी (मुहाफिज)(1993), कलयुग(1981), दीवार(1975), शेक्सपीयरवाला(1965) तथा हाउस होल्डर(1963) शामिल हैं।
· आस्कर अकादमी का तीन सदस्यों का दल पहली बार मास्टर क्लासेज के लिए भारत आया । प्रतिनिधिमंडल में शामिल मार्क मैनगिनी, मिल्ट शेफ्टर हमफेरी डिक्सन तथा नैन्सी बिशप ने साउंड डिजायनिंग , फिल्म आर्काइव, संपादन तथा कास्टिंग पर व्याख्यान दिए।
· अनिल कपूर, इल्या राजा , सोनाक्षी सिन्हा , कबीर खान , देव पटेल , मार्क मैनगिनी , आयुष्मान खुराना , अदिति राव हैदरी , जैकी श्राफ , नाना पाटेकर , सचिन पिलगांवकर , सुभाष घई , शेखर कपूर , कौशिक गांगुली , एडवर्ड प्रेसमैन , नीकीता मिखालकोव , माइकेल रैडफोर्ड , जुलिया जेन्स , सुहा अराफ , राज कुमार हीरानी , प्रियदर्शन, वेत्रीमारन, मधुर भंडारकर, आन्नद एल राय, श्याम बेनेगल, के.के. सेनथिल कुमार तथा शेखर महादेवन शामिल हुए।
· राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के आर्कषण को दिखाने के लिए रिस्टोर्ड क्लासिक वर्ग । यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की परिकल्पना से बना और इसका उद्देश्य भविष्य के लिए सिनेमा की समृद्ध और विविध विरासत को संजो कर रखना है।
· विश्व सिनेमा में उभरती मेधा लिए विशेष रूप से बनाए वर्ग फर्स्ट कट में नए विदेशी फिल्मकारों की कृतियों को दिखाया गया। इन फिल्मकारों में ब्रियन पर्किन्स (गोल्डल किंगडम-अमेरिका) , माइकेल क्लेटे (सोलनेस- जर्मनी) तथा पियोट्र चेरजन( साइ लव- पोलैंड) तथा अन्य रहे।
· वुमनक्लेचर आफ सिनेमा का विशेष वर्ग बना जिसमें भारतीय महिला फिल्मकारों की कृतियां दिखाई गईं। इनमें अंजलि मेनन( मजादिकुरु) अपर्णा सेन ( 36 चौरंगी लेन ), जोया अख्तर(जिंदगी ना मिलेगी दोबारा) शामिल हैं।
· संवाददाता सम्मेलनों का सूत्रबद्ध रूप में आयोजन, फेस्टीवल मोबाइल ऐप तथा फौरी सूचना, कंटेंट और मेहमानों तथा प्रतिनिधियों के लिए अन्य पहल।
· अनेक फिल्मों को दिखाने के बावजूद सिनेमा हॉल रोजाना हाउसफुल रहे।
· कार्यक्रम ‘इन कनवरसेसन’ में राजकुमार हीरानी, मधुर भंडारकर, श्याम बेनेगल, वेत्रीमारन, कौशिक गांगुली, राकेश ओम प्रकाश मेहरा, प्रियदर्शन, आनंद एल राय विशेष श्रृंखलाओं में शामिल हुए। इन श्रृंखलाओं के माध्यम से दर्शकों को फिल्मकारों तथा फिल्म विशेषज्ञों से संवाद करने का अनूठा अवसर मिला।
· महोत्सव में समकालीन अर्जीटिनियाई सिनेमा का पैकेज प्रस्तुत किया गया। इसमें दिखाई गई फिल्मों में अर्जेंटिना जोन्डा, एल सिनको, इंटिमेट विटनेस, मेक्सिकन ओपरेशन, रैपचर, वाइल्ड टेल्स शामिल हैं।
· बड़ी संख्या में दर्शक और मीडिया कर्मी ओपन फोरम तथा दैनिक संवादाता सम्मेलनों में शामिल हुए।
· समापन समारोह में अर्जेंटिना, नाइजीरिया तथा कंसुलेट जनरल ऑफ तुर्की के प्रतिनिधि मेहमान । ओपनिंग समारोह में स्पेन तथा इसरायल के प्रतिनिधि शामिल हुए।
· राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों के साथ लाईव सोशल मीडिया संवाद।
· विभिन्न वर्गों में फिल्मों के चयन से विदेशी और भारतीय प्रतिनिधि प्रसन्न हुए।
· भारतीय दर्शकों को विश्व सिनेमा का श्रेष्ठ दिखाया गया और श्रेष्ठ भारतीय सिनेमा की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने तारीफ की।
· शाम के मुख्य अतिथि ए आर रहमान थे। महोत्सव में पेबलो सीजर, जॉन डी बेल्स, गुनीत मोंगा, माइकल वार्ड, निशीथ ताकिया, लोन्ना स्टेस, यंग वू किम शामिल हुए।
· पुरस्कार प्राप्त फिल्मकार भागीरथी, तपन विश्वास, श्रीजीत मुखर्जी, कौशिक गांगुली तथा सिनेमा की अनेक हस्तियों ने अपने प्रशंसकों और मीडिया से मुलाकात और बातचीत की।
· महोत्सव में विश्वसिनेमा की असाधारण फिल्मों को दिखाने का मानक तय हुआ और आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टियों वाली 26 देशों की फिल्में दिखाई गईं। यह फिल्में केंस, वेनिस, बर्लिन तथा बुसान फिल्म उत्सवों का हिस्सा रही हैं।
ऐसा कार्य समिति के विशेषाधिकार का हनन माना जाता है।
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Tuesday 1 December 2015
46वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के प्रमुख आकर्षण
रवीन्द्रनाथ टैगोर पर फिल्म बनाएंगे अर्जेन्टीना के निर्देशक पबलो सीजर
अर्जेंटीना के मशहूर फिल्म निर्देशक पाबलो सीजर ने अपनी अगली फिल्म परियोजना का नाम ‘थिकिंग ऑफ हिम’ ऑन रवीन्द्रनाथ टैगोर रखा है। इस परियोजना के तहत रवीन्द्रनाथ टैगोर की विक्टोरिया कैम्पो की मुलाकात पर आधारित फिल्म बनाई जाएगी। वे टैगोर की शांतिनिकेतन में पढ़ाने के तरीके से प्रेरित हैं। इस फिल्म की शूटिंग अगले फरवरी–मार्च में कभी भी शुरू हो सकती है। अर्जेंटीना में सिनेमा के बारे में श्री सीजर ने बताया कि उनके देश में फिल्मों का वित्तपोषण एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और देश के लोगों को और अधिक पहुंच की जरूरत है। उन्होंने बताया कि उनके देश के लोगों को भारतीय सिनेमा के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं है। लेकिन अर्जेन्टीना में भारतीय दूतावास भारतीय फिल्म महोत्सव का आयोजन करने जा रहा है। इससे उनके देश के लोगों को भारतीय सिनेमा के बारे में जानने में मदद मिलेगी। |
फिल्म महोत्सव का उद्देश्य सिनेमा को बढ़ावा देना: निदेशक , हम अगले आईएफएफआई की तैयारी दिसंबर 2015 से करेंगे: सीईओ,ईएसजी
डीएफएफ के निदेशक श्री सी सेंथिल राजन ने कहा है कि आईएफएफआई में प्रतिनिधियों और दर्शकों का बहुत ही उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं। सभी थियेटरों में दर्शकों की उपस्थिति इस बात को दर्शाती हैं कि आईएफएफआई काफी हद तक भारतीय दर्शकों को अच्छी अंतर्राष्ट्रीय फिल्में और विदेशी दर्शकों को भारतीय फिल्में दिखाने के उद्देश्य में सफल रहा है। वे मिड फेस्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फिल्म महोत्सव का उदे्दश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा को बढ़ावा देना है। निदेशक महोदय ने कहा कि आईएफएफआई का उदे्दश्य दर्शकों को अच्छी फिल्में दिखाना और भारत में सामान्य तौर पर और गोवा के लिए खास तौर पर फिल्मों की शूटिंग के लिए गंतव्य स्थान को बढ़ावा देना है। चल रहे आईएफएफआई की गतिविधियों के बारे में उन्होंने बताया कि 8000 से अधिक पंजीकरण हुए हैं इनमें 24 एफटीआईआई के छात्र भी शामिल हैं। समापन समारोह का जिक्र करते हुए श्री राजन ने कहा कि समारोह संगीत और नृत्य के माध्यम से भारतीय सिनेमा की संपन्न और वैभवशाली परंपरा का शोकेस होगा। इस अवसर पर ईएसजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अम्या अभ्यांकर ने कहा है कि आईएफएफआई 2016 की तैयारी इस चल रहे महोत्सव के समापन के तुरंत बाद से ही शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने महोत्सव को आईटी सक्षम बनाने पर जोर देते हुए कहा कि महोत्सव की पूरी तरह से गुणवत्ता सुधारने के प्रयास किए जाएंगे जिससे यह महोत्सव भी विश्व के अन्य फिल्म महोत्सवों की बराबरी कर सके। |
46वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की प्रमुख विशेषताएं
46वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का समापन आज सिनेमा की भावना को संगीतमय सम्मान और अर्जेन्टीना की फिल्म ‘द क्लान’ से हो जाएगा। जाने माने इस महोत्सव का शुभारंभ 20 नवम्बर, 2015 को गोवा में हुआ था।
इस 10 दिवसीय महोत्सव की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार से हैं:-
· आईएफएफआई 2015 में भारत में प्रथम बार यूनेस्को फेलिनी पदक प्रदान किया जाएगा।
· आईएफएफआई 2015 के लिए फोकस देश स्पेन था।
· कुल 7000 प्रतिनिधि दर्ज किए गये।
· शेखर कपूर की अध्यक्षता में अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी में अमरीका के निर्देशक माइकल रेडफोर्ड, फिलीस्तीन के इस्राइली निर्देशक सुश्री सुहा अर्राफ, जर्मन अभिनेत्री जूलिया जेनेच और दक्षिण कोरिया के फिल्म निर्माता जियोन क्यू- ह्वान थे।
· चेयरपर्सन अरिबम स्याम शर्मा की अध्यक्षता में 13 सदस्यीय फीचर ज्यूरी और चेयरपर्सन राजेन्द्र जांग्ले की अध्यक्षता में गैर-फीचर के लिए 7 सदस्य।
· महोत्सव के दौरान कुल 120 फिल्मों का प्रदर्शन (विश्व, अंतर्राष्ट्रीय, एशिया और भारत)
· इस वर्ष महोत्सव ने 540 राष्ट्रीय और 280 अंतर्राष्ट्रीय निर्देशकों, अभिनेताओं, प्रोड्यूसरों, तकनीकियों के साथ-साथ ऑस्कर अकादमी सदस्यों और हॉलीवुड विशेषज्ञों सहित 820 से अधिक प्रतिनिधियों की मेज़बानी की।
· अप्रत्याशित रूप से कुल 790 फिल्मों की प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।
· फिल्मों का अंतिम चयन-182 रहा (विदेशी सिनेमा)
· प्रतिनिधित्व करने वाले देश-90
· उद्घाटन फिल्म- द मैन हू न्यू इन्फिनिटी, महोत्सव के मध्य की फिल्म- द दानिश गर्ल की मीडिया और दर्शकों द्वारा व्यापक रूप से सराहना की गई।
· समापन फिल्म- एल क्लान को 72वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मुख्य प्रतिस्पर्धा खंड में दिखाया जाएगा जहां निर्देशक पेबलो ट्रापेरो ने सिल्वर लॉयन जीता। फिल्म को 88वें अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए अर्जेन्टीना की प्रविष्टि के तौर पर चयनित किया गया था।
· कान, बर्लिन, टोरंटो और लोकार्नो फिल्म महोत्सव से कई बड़ी फिल्मों के अलावा 26 आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टियां।
· भारतीय पैनेरोमा खंड में 47 फिल्में (फीचर और गैर-फीचर)
· पूर्वोत्तर से नए क्षितिज- फिल्म निर्माता अरिबम स्याम शर्मा के पूर्व कार्यों पर एक विशेष और पूर्वोत्तर से नई पीढ़ी के फिल्म निर्माताओं पर एक विशेष खंड।
· इस वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा की 15 फिल्में विभिन्न देशों से आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टियों में हैं। इस सूची में साइरो गुएरा की निर्देशित फिल्म एम्बरेंस ऑफ द सरपेंट, डेनिज़ गामेज़ इरगुवेन द्वारा निर्देशित फ्रांस की ‘मस्तांग’, गुइलियो रिसियारैली द्वारा निर्देशित जर्मनी की ऑस्कर प्रविष्टि लेबिरिंथ ऑफ लाइज, ग्राइमूर हाकोनारसन द्वारा निर्देशित आईलैंड की प्रविष्टि ‘रैम्स’ और गोरन रादोवानोविक द्वारा निर्देशित सर्बिया की ‘’एन्क्लेव’’ शामिल हैं।
· 46वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में विश्व सिनेमा में अपने योगदान के लिए रूस के ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता, अभिनेता और रशियन सिनेमेटोग्राफर यूनियन की अध्यक्ष निकिता मिखालोव को जीवनपर्यन्त उपलब्धि पुरस्कार। महोत्सव में उनकी चुनिंदा फिल्मों- बर्न्ट बाई द सन, सनस्ट्रोक, बारबर ऑफ साइबेरिया और ऑब्लॉमोब को विशेष सम्मान सत्र दिया गया।
· उद्घाटन समारोह के दौरान, शताब्दी फिल्म व्यक्तित्व पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार इलायाराजा को दिया गया।
· फिल्म और सांस्कृतिक विविधता पर आईसीएफटी-यूनेस्को सेमिनार में फ्रांस के श्री फिलिपी क्यूयियू, कनाडा के श्री चार्ल्स वेलेरंद और भारत की सुश्री शारदा रामानाथन ने भाग लिया।
· एफआईसीसीआई के सहयोग के साथ अमरीका में फिल्म शूट करने पर उद्योग के पेशेवरों के साथ बैठक।
· डीएवीपी और एनएफएआई द्वारा राष्ट्रीय फिल्म विरासत अभियान पर मल्टी मीडिया प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
शशि कपूर के जीवन की विशेष उपलब्धियां आईएफएफआई 2015 में महान अभिनेता शशि कपूर की उपलब्ध्यिों की पेशकश में आठ फिल्म दिखाई गईं। जुनून(1978) का प्रदर्शन फिल्मों सेक्शन में शुरूआती फिल्म के रूप में हुआ। इसके बाद नई दिल्ली टाइम्स (1986) , उत्सव (1984) इन कस्टडी (मुहाफिज) (1993), कलयुग(1981), दीवार(1975) शैक्सपियरवाला (1965) और हाउस होल्डर (1963) प्रदर्शित की गईं।
· दक्ष विद्यार्थियों के लिए संगीत पाठ के लिए पहली बार ऑस्कर अकादमी का एक तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया। इस प्रतिनिधि मंडल में हालीवुड के मार्क मैंगिनी, मिट शेफर हम्फ्री डिक्शन और नैन्सी बिशप जैसे विशेषज्ञों द्वारा ध्वनि प्रारूप,फिल्म लेखागार,फिल्मों के संपादन और संरचना जैसे विषयों पर कक्षाएं।
· इस दौरान कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त हस्तियों ने हिस्सा लिया। इनमें अनिल कपूर ,इलियासराजा,सोनाक्षी सिन्हा,कबीर किरण ,देव पटेल, मार्क मैंगिनी, आयुष्मान खुराना, अदिति राव ह्याद्री, जैकी शर्राफ, नाना पाटेकर, सचिन पिलगांवकर ,सुभाष घई, शेखर कपूर, कौशिक गांगुली, एडवर्ड, प्रेसमैन, निकिता मिखालोव, माइकल रेडफोर्ड, जुलिया जेन्टस, सुहा अर्राफ,राजकुमार हिरानी, प्रिय दर्शन, वेटरी मारन, मधुर भंडारकर, आनंद एल राय,श्याम बेनेगल, केके सेंथलकुमार और शंकर महादेवन जैसे लोग शामिल थे।
· नेशनल फिल्म विरासत मिशन (एनएफएचएम) के मुख्य आकर्षण में ‘पुनर्बहाली की गई उत्कृष्ट कृतियों’ का विशेष प्रदर्शन- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रकल्पित भारतीय राष्ट्रीय फिल्म लेखागार (एनएफएआई) की एक पहल। इस पहल का उद्देश्य आने वाली पीढि़यों के लिए देश के संपन्न और विविध सेनेमाई विरासत की सुरक्षा और उन्हें संभाल कर रखना है।
· फर्स्ट कट - विश्व सिनेमा में उभरती प्रतिभाओं के कार्यों का विशेष चुनाव। इस खंड में ब्रायन पर्किंस(फिल्म–गोल्डेन किंगडम, अमेरिका) माइकल केट ( फिल्म-सोलनेस,जर्मनी) और पिसोटर चरजान (फिल्म मोस्कविच-माई लव, पोलैंड) जैसे विश्व के उभरते विदेशी फिल्म निर्माताओं को रखा गया है।
· ‘वुमेनक्लेचर ऑफ सिनेमा’ भारतीय महिला फिल्म निर्माताओं द्वारा बनाई गई फिल्मों के शोकेस का एक विशेष खंड – इसमें अंजली मेनन (मंजादिकुरु), अपर्णा सेन (36 चौरंगी लेन)जोया अख्तर (जिंदगी न मिलेगी दोबारा) जैसी महिला निर्माताओं की फिल्में शामिल की गईं।
· निरंतर प्रेस वार्ता, महोत्सव मोबाइल एप जैसी नई मीडिया पहल और सूचना,सामग्री अपडेट ,और अतिथियों तथा प्रतिनिधियों के बारे में अपडेट जैसी अन्य पहल।
· कई फिल्मों के प्रदर्शन के बावजूद सिनेमा हॉल प्रत्येक दिन हाउसफुल रहे।
· ‘इन कान्वर्सेशन’ में लीक से हटकर चलने वाले भारतीय फिल्म निर्माताओं और विशेषज्ञों राजकुमार हिरानी,मधुर भंडारकर, श्याम बेनेगल,वेटिरिमन, कौशिक गांगुली,राकेश ओमप्रकाश मेहरा,प्रियदर्शन, आनंद,एल राई जैसे लोगों से आमलोगों को बातचीत करने का मौका।
· महोत्सव में समकालीन अर्जेंटीना सिनेमा पर विशेष पैकेज – दिखाई गई फिल्मों की सूची में अर्जेंटीना जोन्डा, अल सिनो, इंटिमेट विटनेस, मैक्सियन ऑपरेशन, रैपचर और वाइल्ड टेल्स शामिल हैं।
· खुले मंच और राज हाने वाली प्रेस वार्ता में बहुत संख्य में मीडिया के लोगों ने भाग लिया।
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· समान समारोह में अर्जेंटिना, नाइजीरिया और टर्की के कंसुलेट जनरल के प्रतिनिधियों की मेजबानी। उद्घाटन समारोह में स्पेन और इजरायल के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था।
· राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों के साथ सोशल मीडिया के जरिये सीधा संपर्क
· विभिन्न खंडों के लिए चयनित फिल्मों से विदेशी और भारतीय प्रतिनिधयों ने खुशी जाहिर की।
· भारतीय दर्शकों को विश्व सिनेमा की सबसे अच्छी फिल्में दिखाई गईं और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भारतीय सिनेमा को पसंद किया।
· आज की शाम के मुख्य अतिथि ए आर रहमान थे। महोत्सव में पाबलो सीजर, जॉन डी बैलिस, गुनित मोंगा, माइकल वार्ड, निशीथ टकिया, लोना स्टैश, यंग वू किम जैसे विश्व के ख्यातिप्राप्त हस्तियों ने हिस्सा लिया। महोत्सव में भगीरथी, तपन विश्वास सुरजित मुखर्जी,कौशिक गांगुली जैसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माताओं से प्रशंसकों और मीडिया की बातचीत ।
·
· विश्व सिनेमा से असाधारण फिल्मों के प्रदर्शन के लिए एक बेंचमार्क बनाने को 26 देशों से आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टियों की लाइन अप का प्रदर्शन। ये फिल्में कान, वेनिस, बर्लिन और बुसान जैसे वैश्विक फिल्म समारोहों में शामिल थीं।
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