डीएफएफ के निदेशक श्री सी सेंथिल राजन ने कहा है कि आईएफएफआई में प्रतिनिधियों और दर्शकों का बहुत ही उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं। सभी थियेटरों में दर्शकों की उपस्थिति इस बात को दर्शाती हैं कि आईएफएफआई काफी हद तक भारतीय दर्शकों को अच्छी अंतर्राष्ट्रीय फिल्में और विदेशी दर्शकों को भारतीय फिल्में दिखाने के उद्देश्य में सफल रहा है। वे मिड फेस्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फिल्म महोत्सव का उदे्दश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा को बढ़ावा देना है। निदेशक महोदय ने कहा कि आईएफएफआई का उदे्दश्य दर्शकों को अच्छी फिल्में दिखाना और भारत में सामान्य तौर पर और गोवा के लिए खास तौर पर फिल्मों की शूटिंग के लिए गंतव्य स्थान को बढ़ावा देना है। चल रहे आईएफएफआई की गतिविधियों के बारे में उन्होंने बताया कि 8000 से अधिक पंजीकरण हुए हैं इनमें 24 एफटीआईआई के छात्र भी शामिल हैं। समापन समारोह का जिक्र करते हुए श्री राजन ने कहा कि समारोह संगीत और नृत्य के माध्यम से भारतीय सिनेमा की संपन्न और वैभवशाली परंपरा का शोकेस होगा। इस अवसर पर ईएसजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अम्या अभ्यांकर ने कहा है कि आईएफएफआई 2016 की तैयारी इस चल रहे महोत्सव के समापन के तुरंत बाद से ही शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने महोत्सव को आईटी सक्षम बनाने पर जोर देते हुए कहा कि महोत्सव की पूरी तरह से गुणवत्ता सुधारने के प्रयास किए जाएंगे जिससे यह महोत्सव भी विश्व के अन्य फिल्म महोत्सवों की बराबरी कर सके। |
Tuesday 1 December 2015
फिल्म महोत्सव का उद्देश्य सिनेमा को बढ़ावा देना: निदेशक , हम अगले आईएफएफआई की तैयारी दिसंबर 2015 से करेंगे: सीईओ,ईएसजी
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